धूप से झुलसी और टैन हुई स्किन को राहत देने के लिए मुल्तानी मिट्टी का लेप एक असरदार घरेलू उपाय है। यहां जानिए इसे कितनी देर तक लगाना चाहिए और सही तरीका क्या है।
मुल्तानी मिट्टी त्वचा के लिए ठंडक देने वाला एक नेचुरल उपाय है। यह चेहरे से गंदगी, टैनिंग और अतिरिक्त तेल को हटाकर उसे साफ और फ्रेस बनाती है। धूप से झुलसी त्वचा को यह ठंडक देकर राहत देती है, जिससे जलन कम होती है। इसके अलावा मुल्तानी मिट्टी त्वचा के दाग-धब्बे हल्के करने, मुंहासे कम करने और रंगत निखारने में भी मदद करती है। खासकर ऑयली स्किन वालों के लिए यह बेहद फायदेमंद मानी जाती है क्योंकि यह एक्स्ट्रा ऑयल को सोखकर स्किन को बैलेंस में रखती हैं।
मुल्तानी मिट्टी का पेस्ट तैयार करने के लिए एक कटोरी में 2-3 चम्मच मुल्तानी मिट्टी लें। इसमें गुलाब जल या ठंडा दूध या फिर चाहें तो हल्दी या नींबू की कुछ बूंदें भी मिला सकते हैं। इस पेस्ट को अच्छे से मिलाकर चेहरे पर पतली परत में लगाएं। ध्यान रखें कि आंखों और होंठों के आसपास नहीं लगे। पेस्ट को 15 से 20 मिनट तक ही चेहरे पर रखें। जब यह सूखने लगे लेकिन खिंचाव महसूस न हो, तभी हल्के ठंडे पानी से चेहरा धो लें। इसके बाद स्किन पर मॉइश्चरा
अक्सर लोग यह सोचते है कि ज्यादा देर तक मुल्तानी मिट्टी को अपने फेस पर लगाकर छोड़ने से फायदा मिलेगा, लेकिन ऐसा करना उल्टा असर डाल सकता है। मुल्तानी मिट्टी को चेहरे पर 15 से 20 मिनट से ज्यादा नहीं लगाना चाहिए। अगर आप इसे पूरी तरह सूखने देते हैं तो इससे त्वचा में खिंचाव, रूखापन और जलन की समस्या हो सकती है। सही समय पर धोने से ही इसका पूरा फायदा मिलता है। हफ्ते में दो से तीन बार इस लैप को लगाने से आपकी त्वचा को फायदा पंहुचा सकती हैं।