Chaitra Purnima 2025: 12 अप्रैल 2025 को चैत्र पूर्णिमा का पर्व श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाएगा। यह तिथि धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ मानी जाती है। पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 11 अप्रैल रात 11:55 बजे से, समाप्त: 13 अप्रैल रात 12:18 बजे तक। इस दिन व्रत, स्नान, दान और पूजन से सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
चैत्र पूर्णिमा हिंदू पंचांग के अनुसार बहुत ही पवित्र और शुभ तिथि मानी जाती है। इस दिन किए गए उपाय और पूजन विशेष फलदायी माने जाते हैं। यदि आप चाहते हैं कि जीवन में कभी धन की कमी न हो, तो चैत्र पूर्णिमा पर ये उपाय ज़रूर करें…
1. विष्णु-लक्ष्मी पूजन
इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा करें। सफेद कमल या कमल के फूल अर्पित करें, शंख से जल चढ़ाएं और “ॐ श्रीं श्रीये नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
2. दान-पुण्य करें (Chaitra Purnima 2025)
जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र, जल से भरे मटके, गुड़, चना या चांदी का सिक्का दान करें। गौ सेवा और ब्राह्मणों को भोजन कराना अत्यंत शुभ माना जाता है।
3. चंद्रमा को अर्घ्य दें (Chaitra Purnima 2025)
रात्रि में चंद्रमा को दूध मिश्रित जल से अर्घ्य दें। अर्घ्य देते समय “ॐ चंद्राय नमः” मंत्र का जप करें। इससे मानसिक शांति और धन में वृद्धि होती है।
4. पीपल वृक्ष की पूजा (Chaitra Purnima 2025)
प्रातःकाल पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं, जल अर्पित करें और वृक्ष की परिक्रमा करें।
5. लक्ष्मी मंत्र का जाप (Chaitra Purnima 2025)
“ॐ महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें। आप चाहें तो यह जाप श्रीयंत्र या लक्ष्मी यंत्र के समक्ष भी कर सकते हैं।