Saturday, June 7, 2025
spot_img

30.3 C
Delhi
Saturday, June 7, 2025
spot_img

Homeमध्यप्रदेशकम अंक से पास हुई तो पिता ने डांट दिया, प्रेमी से...

कम अंक से पास हुई तो पिता ने डांट दिया, प्रेमी से शादी करने बिहार से खंडवा पहुंच गई लड़की

प्रेमी और उसका भाई, लड़की को लेकर खंडवा कोतवाली थाने पहुंचे, जहां पुलिस को पूरी बात बताई और लड़की को पुलिस के सुपुर्द कर इंदौर चले गए। पुलिस ने लड़की को वन स्टाप सेंटर भेजा, जहां से उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया।

सोशल मीडिया पर दोस्ती के बाद बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की नाबालिग लड़की को इंदौर शहर के निवासी एक युवक से प्यार हो गया। इसी बीच, बिहार माध्यमिक शिक्षा परिषद का रिजल्ट आया। लड़की कक्षा 10 में सिर्फ 40 प्रतिशत ही नंबर ला सकती। इस पर पिता ने उसे डांट दिया। वह इस बात से इतनी खफा हुई कि ट्रेन में बैठकर अपने प्रेमी से शादी करने के लिए बिहार से 1200 किमी दूर खंडवा आ पहुंची। चूंकि लड़की नाबालिग थी, इसलिए उसके प्रेमी युवक के भाई ने समझदारी से काम लिया और लड़की को लेकर थाने पहुंच गया। पुलिस ने बाल कल्याण समिति से संपंर्क किया। बाल कल्याण समिति ने नाबालिग को परामर्श देने के बाद स्वजन को बुलाकर उसे उनके सुपुर्द कर दिया।

बाल कल्याण समिति के सदस्यों को लड़की ने बताया कि उसके पिता मुजफ्फरपुर जिले में सरकारी कर्मचारी हैं।

पिछले वर्ष कक्षा 10 की परीक्षा में वह फेल हो गई थी, लेकिन इस वर्ष इस परीक्षा में तृतीय श्रेणी के अंक आने की वजह से पापा ने उसे डांटा।

यहां तक कह दिया कि पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है तो हम तेरी शादी करवा देते हैं, इसलिए उसने सोचा कि उसके स्वजन कहीं और शादी कराएंगे।

तो उसने अपने प्रेमी युवक से अपनी मर्जी से शादी करने के लिए इंदौर जाने का निर्णय लिया। चार अप्रैल को ट्रेन में बैठकर उसने प्रेमी से कहा कि मैं शादी करने इंदौर आ रही हूं।

प्रेमी ने उसे मना भी किया लेकिन वह इंदौर के बजाय खंडवा पहुंच गई और वहां अपने प्रेमी को फोन करके बुला

या।घबराया प्रेमी अपने भाई को लेकर इंदौर से खंडवा पहुंचा। यहां लड़की से मुलाकात कर उसे समझाया और वापस जाने को कहा।

इसके बाद भी लड़की नहीं मानी और कहने लगी कि वापस नहीं जाऊंगी। मम्मी-पापा ने बहुत डांटा है।

घर लौटने से इन्कार करती रही बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रवीण शर्मा के अनुसार, छह अप्रैल को छात्रा का मेडिकल करवाकर परामर्श किया गया, लेकिन छात्रा ने घर लौटने से इन्कार कर दिया।

उसकी मां से फोन पर बात कराई। मां ने समझाया और समिति की महिला सदस्यों ने उससे बात की।

कहा कि तुम नाबालिग हो, इसलिए तुम्हें परिवार के सुपुर्द ही किया जाएगा। इसके बाद वह घर जाने के लिए राजी

हुई।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img

Most Popular