जबलपुर। जबलपुर में अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझ गई है। भतीजे ने ही चाचा को मौत के घाट उतारा था। हत्या के बाद लाश को खेत में फेंक दी थी। बताया गया कि दोनों के बीच दारू पीने के दौरान पैसे देने को लेकर विवाद हुआ था। यह पूरा मामला चरगंवा थाना क्षेत्र के देवरी गांव का है।
30 अक्टूबर को मनोज आदिवासी मजदूरी करने के लिए घर से निकला था। रास्ते में उसने संतोष गोंड से शाम को पार्टी करने की बात कही थी। इसके बाद दोनों शाम को बाजार से दारू और मुर्गा लेकर पार्टी करने गए। इस दौरान संतोष ने मनोज से कहा कि इस पार्टी में तुमने कम पैसे दिए हैं।
इस बात को लेकर दोनों में विवाद शुरू हो गया। देखते ही देखते संतोष ने अपने चाचा मनोज के सिर पर पटिया से वार कर दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। संतोष ने हत्या के बाद मृतक का मोबाइल गायब कर दिया था और शव को खेत में फेंक दिया था। दूसरे दिन यानी 31 अक्टूबर को मनोज का शव लहूलुहानहालत में गांव के पास ही खेत में मिला।