जुन्नारदेव —– नगर की समीपस्थ ग्राम पंचायत खापास्वामी के ग्राम भुतहा छावड़ी में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन भागवत आचार्य पंडित रोहितानंद शास्त्री द्वारा भगवान श्री कृष्ण के जन्म की कथा सुनाई गई। भागवत आचार्य द्वारा बताया गया कि द्वापर युग में कंस के अत्याचार बढ़ रहे थे ऐसे में संसार को कंस जैसे आतातायी राक्षस से मुक्ति दिलाने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने बाल रूप में माता देवकी की कोख से जन्म लिया काल कोठरी अद्भुत प्रकाश पुंज के बीच भगवान श्री कृष्ण का जन्म होता है जहां पर उनके माता-पिता के पैरों की बेड़िया अपने आप खुल जाती है। इसके बाद उफनती जमुना नदी को पार कर वासुदेव श्री कृष्ण को गोकुल में पहुंच कर आते हैं इसके बाद गोकुल में श्री कृष्ण का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। संगीतमय भागवत कथा के दौरान भक्त भगवान श्री कृष्ण के जन्म में जमकर झूमे इस दौरान भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप की आकर्षक झांकी भी प्रस्तुत की गई। कथा का वाचन प्रतिदिन रात्रि 8:00 बजे से 11:00 तक किया जा रहा है। कथा सुनने के लिए सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु कथा स्थल पर पहुंच रहे हैं। कथा आयोजक ग्राम पंचायत भुतहा छावड़ी ने समस्त श्रद्धालुओं से कथा का श्रवण कर धर्म लाभ अर्जित करने की अपील की है।