मोहन नगर थाना क्षेत्र के ओम नगर उरला में रामनवमी पर साढ़े छह साल की बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के मामले में नया मोड़ आया। बच्ची की मां ने मुआवजा ठुकराकर असली आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की, जबकि पुलिस ने चाचा को सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया है।
मोहन नगर थाना क्षेत्र के ओम नगर उरला में रामनवमी के दिन साढ़े छह साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की घटना ने बुधवार को एक नाटकीय मोड़ ले लिया। बच्ची की मां ने कलेक्टर द्वारा दिए जा रहे हैं ढाई लाख रुपये के मुआवजे को यह बोलकर ठुकरा दिया कि मुझे रुपये नहीं, न्याय चाहिए।
बच्चों की मां ने अपने देवर और घटना के आरोपी को निर्दोष बताते हुए असली आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की। बच्ची की मां और परिवार के लोगों का ये मानना है कि जिसकी कार में बच्ची की लाश मिली है, वे ही इस घटना का आरोपी है।
हालांकि पुलिस के पास कुछ ऐसे तथ्य हैं, जो बच्ची के चाचा को ही इस घटना का गुनहगार साबित करने के लिए पर्याप्त हैं। पुलिस उसी के आधार पर आगे की जांच कर रही है।
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मोहन नगर थाना क्षेत्र के ओम नगर उरला में रामनवमी पर साढ़े छह साल की बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के मामले में नया मोड़ आया। बच्ची की मां ने मुआवजा ठुकराकर असली आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की, जबकि पुलिस ने
बच्ची की मां ने मुआवजा ठुकराया।
परिवार ने चाचा को निर्दोष बताया।
चाचा की हरकतों से हुआ शक।
नईदुनिया प्रतिनिधि, भिलाई। मोहन नगर थाना क्षेत्र के ओम नगर उरला में रामनवमी के दिन साढ़े छह साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की घटना ने बुधवार को एक नाटकीय मोड़ ले लिया। बच्ची की मां ने कलेक्टर द्वारा दिए जा रहे हैं ढाई लाख रुपये के मुआवजे को यह बोलकर ठुकरा दिया कि मुझे रुपये नहीं, न्याय चाहिए।
बच्चों की मां ने अपने देवर और घटना के आरोपी को निर्दोष बताते हुए असली आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की। बच्ची की मां और परिवार के लोगों का ये मानना है कि जिसकी कार में बच्ची की लाश मिली
हालांकि पुलिस के पास कुछ ऐसे तथ्य हैं, जो बच्ची के चाचा को ही इस घटना का गुनहगार साबित करने के लिए पर्याप्त हैं। पुलिस उसी के आधार पर आगे की जांच कर रही है।
पुलिस ने चाचा को किया है गिरफ्तार
बता दें कि बीते 6 अप्रैल को मोहन नगर थाना क्षेत्र में साढ़े छह साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। बच्ची सुबह सात बजे नौ कन्या भोज के लिए अपने घर से तैयार होकर अपने चाचा के घर गई थी। वहां पर वह सुबह 10:30 बजे आखिरी बार देखी गई।
उसके बाद वह लापता हो गई थी। दिन भर उसकी तलाश की गई, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। रात में करीब आठ बजे आरोपी चाचा के घर के बगल में खड़ी कार में बच्ची की लाश मिली। उसके बाद घटना का पर्दाफाश हुआ। घटना की जांच में जुटी मोहन नगर पुलिस ने बच्ची के चाचा को
इस हत्याकांड में गिरफ्तार किया था।
बच्ची आखिरी बार सुबह 10:30 बजे आरोपी चाचा के घर पर ही देखी गई थी। उसके बाद से वो लापता हो गई थी। आरोपी चाचा सहित उसके परिवार के अन्य सदस्य यही बोलते रहे कि बच्ची नौ कन्या भोज के लिए गई है, जबकि बच्ची की चप्पल आरोपी चाचा के घर पर ही थी।
पुलिस ने आरोपी के घर से एसिड की बोतल को जब्त किया है। बोतल में वही एसिड था, जो बच्ची के प्राइवेट पार्ट में डाला गया था। पुलिस ने उसे बोतल को जब्त किया है। फिंगरप्रिंट जांच के लिए साक्ष्य के तौर पर रखा है।
जहां पर गाड़ियां खड़ी थी, उसके ठीक सामने के घर में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। पुलिस उन कैमरों की जांच के लिए पहुंची, तो आरोपी ने पुलिस को बिना पूछे ही जानकारी दे दी कि इस घर का कैमरा सुबह 10 से शाम 5 बजे के बीच बंद रहते हैं। मोहल्ले के अन्य लोगों को इसकी जानकारी नहीं थी, ये सिर्फ आरोपी को ही पता था।
पुलिस इस मामले में डीएनए प्रोफाइलिंग करवा रही है। बच्ची के प्राइवेट पार्ट और आरोपी के वीर्य की जांच कराई जा रही है, जिससे यह पुष्ट हो सके कि घटना को आरोपी चाचा ने ही अंजाम दिया है।
पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। उसने घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार किया था। नए कानून के अनुसार पूछताछ की वीडियोग्राफी कराए जाने का प्राविधान है। उसकी वीडियोग्राफी भी कराई है।