जुन्नारदेव। अमृत भारत योजना के तहत जिले में बनने वाले एकमात्र रेलवे स्टेशन के निर्माण कार्य में बड़े पैमाने पर लापरवाही बढ़ती जा रही है ठेकेदार द्वारा बनाये जा रहे बीम, कॉलम और पिलर में मानकों की अनदेखी कर कापू युक्त लोकल रेत का उपयोग किया जा रहा है, जिससे निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा चुने गए 508 रेलवे स्टेशनों में जुन्नारदेव का चयन किया गया है, लेकिन इस महत्वाकांक्षी योजना को ठेकेदार की मनमानी और सिविल विभाग की लापरवाही के कारण खतरा पैदा हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, कापू युक्त रेत का इस्तेमाल करने से बीम, कॉलम और पिलर की मजबूती प्रभावित होती है, जिससे संरचना समय से पहले कमजोर हो सकती है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि रेलवे सिविल विभाग के अधिकारी इस लापरवाही पर जानबूझकर आंखें मूंदे हुए हैं, जिससे ठेकेदार मनमाने ढंग से घटिया सामग्री का उपयोग कर रहा है। यदि समय रहते निर्माण कार्य की जांच नहीं की गई और गुणवत्ता को सुनिश्चित नहीं किया गया, तो यह स्टेशन यात्रियों के लिए खतरा बन सकता है।
जनता और सामाजिक संगठनों ने रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से मांग की है कि इस मामले की तुरंत उच्चस्तरीय जांच कर ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई की जाए। यदि निर्माण कार्य में अनियमितताओं को जारी रहने दिया गया, तो यह अमृत भारत योजना के उद्देश्य को विफल करने के साथ-साथ यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी गंभीर चुनौती बन सकता है।