पटवारी ने मांगी 40 हजार रूपये रिश्वत,लोकायुक्त ने रंगेहाथों पकड़ा
छिंदवाड़ा | रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है। लगभग हर दूसरे दिन कहीं न कहीं लोकायुक्त रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ रही है लेकिन इसके बावजूद रिश्वतखोर बाज आते नजर नहीं आ रहे हैं। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले का है जहां एक पटवारी को किसान से 40 हजार रूपये रिश्वत लेते हुए जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथों पकड़ा है।
बुधवार को छिंदवाड़ा जिले की चांद तहसील में उस समय हड़कंप मच गया जब लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने दबिश देकर पटवारी को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा। चांद तहसील के ढीमरमेटा हल्का में पदस्थ पटवारी हीरालाल चौरे ने भूमि का बंटवारा तथा पावती बनाने के लिए निर्दोष पिता पूनाराम सरेयाम निवासी ढीमरमेटा चांद से यह रिश्वत की राशि ली थी। रिश्वतखोर पटवारी हीरालाल चौरे रिश्वत न देने के कारण बीते दो साल से किसान निर्दोष सरेयाम को तहसील के चक्कर लगवा रहा था।
जानकारी के अनुसार ढीमरमेटा निवासी निर्दोष सरेआम का लगभग दो वर्षों से अपने भाई के साथ जमीन बंटवारे को लेकर मामला चांद तहसील में लंबित था। लेकिन बार-बार चक्कर लगाने के बावजूद फाइल आगे नहीं बढ़ रही थी और जानबूझकर देरी की जा रही थी। इसी बीच प्रार्थी को सूचना मिली कि प्रकरण के निराकरण के लिए पटवारी हीरालाल चौरे 40,000 रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा है। प्रार्थी ने लोकायुक्त जबलपुर को इसकी शिकायत कर दी। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए लोकायुक्त टीम ने पूरी योजना बनाई और बुधवार को चांद तहसील कार्यालय में दबिश दी। जैसे ही पटवारी ने प्रार्थी से रिश्वत की रकम ली, टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।